Magenta Line

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अंतर्गत मैजेंटा लाइन कार्य करती है। यह भारत में पहली चालक रहित मेट्रो लाइन है। मैजेंटा लाइन में 25 मेट्रो स्टेशन है, जो जनकपुरी पश्चिम से बोटानिकल गार्डेन तक जाती है। इनमें 10 भूमि के ऊपर और 15 भूमिगत मेट्रो स्टेशन है। मैजेंटा लाइन की कुल लंबाई 38.235 किलोमीटर है, जिसमें से 14.428 किलोमीटर का हिस्सा भूमि के ऊपर और 23.807 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत है। मैजेंटा लाइन एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन के तरह ही इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 तक जाती है।
इस लाइन की शुरूआत 25 दिसंबर 2017 को बोटानिकल गार्डेन से कालकाजी मंदिर तक की गई थी। इसके बाद जनकपुरी पश्चिम से कालकाजी मंदिर मार्ग की शुरूआत 29 मई 2018 को की गई। मैजेंटा लाइन और येलो लाइन में स्थित हौज खास मेट्रो स्टेशन अब तक की सबसे गहराई वाली मेट्रो स्टेशन है, जिसकी गहराई 32 मीटर की है। वही इससे पहले येलो लाइन पर ही मौजूद चावड़ी बाजार की गहराई 22 मीटर की है।
विशेषताएं
मैजेंटा लाइन पर ही मौजूद जनकपुरी पश्चिम मेट्रो स्टेशन भारत की सबसे लंबी मेट्रो स्टेश है। जिस सीधी लंबाई 15.6 मीटर है। मैजेंटा लाइन के लिए येलो लाइन से हौज खास, ब्लू लाइन से जनकपुरी पश्चिम या बोटानिकल गार्डेन और वायलेट लाइन से कालकाजी मंदिर पर मेट्रो बदल सकते हैं।
मैजेंटा लाइन में स्थित शंकर विहार मेट्रे स्टेशन दिल्ली के अन्य मेट्रो स्टेशन से अलग है। इस मेट्रो स्टेशन पर आम नागरिकों का आने-जाने की अनुमति नहीं है। शंकर विहार का मेट्रो स्टेशन दिल्ली कैटोंमेंट क्षेत्र में आता है। इसलिए मेट्रो स्टेशन का उपयोग सिर्फ भारतीय आर्मी के द्वारा की जाता है।